आज़ादी के अमृत महोत्सव के मौके पर सूचना प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के साथ मिलकर, कुछ ऐसी लघु फिल्में बनाई हैं, जो स्वतंत्र भारत की अतुल्य महिलाओं की अद्धभुत गाथा प्रस्तुत करती हैं। नेटफ्लिक्स अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर तो इनको प्रदर्शित करेगा ही। साथ ही सोशल मीडिया और दूरदर्शन पर भी इनका प्रसारण होगा। इस श्रंखला में सबसे पहले तीन महिलाओं की फिल्मों का एक सेट जारी किया गया है। इनमें एक पिथोरागढ़ की पदमश्री विजेता पर्यावरणविद बसंती देवी हैं। तो मुंबई की वह हर्षिनी कान्हेकर भी जो भारत की पहली महिला फायर फाइटर हैं। साथ ही पदमश्री अंशु जामसेनपा भी जो 2017 में पाँच दिन में दो बार माउंट एवरेस्ट पर विजय पताका फहराकर विश्व की प्रथम महिला बनीं। बड़ी बात यह है कि इन असाधारण महिलाओं की बड़ी कहानी को सिर्फ दो-दो मिनट में समेटकर ही बहुत कुछ कह दिया है।
इन
तीन फिल्मों को लॉंच करते हुए सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा-‘’अभी ये तीन फिल्में हैं। लेकिन आज़ादी की अमृत कहानियों के अंतर्गत ऐसी
महिलाओं पर 25 फिल्मों का निर्माण किया जाएगा। ऐसी महिलाएं जिन्होंने आज़ाद भारत
में महिला सशक्तिकरण,पर्यावरण और सतत विकास में नयी
परम्पराएँ स्थापित कीं।‘’ उधर सूचना प्रसारण सचिव अपूर्व
चंद्र कहते हैं-‘’ऐसी कहानियों से हम भारतीय महिलाओं के बड़े
कार्यों को दुनिया के सामने लाना चाहते हैं।‘’ नेटफ्लिक्स की
प्रमुख बेला बज़रिया भी इन फिल्मों के निर्माण से अच्छी ख़ासी उत्साहित हैं। बेला
कहती हैं-‘’ ऐसी महिलाओं पर फिल्में बनाना हमारे लिए गर्व की
बात है।‘’ चर्चित अभिनेत्री नीना गुप्ता ने इन फिल्मों के
कथानक के लिए अपना स्वर दिया है। हर्षिनी से जब हमारी बात हुयी तो वह बोलीं-‘’मेरे लिए यह बेहद खुशी का मौका है कि मेरी कहानी आज़ादी के अमृत महोत्सव का
हिस्सा बनी है। मुझे विश्वास है मेरी कहानी से बहुत सी महिलाएं प्रेरित हो सकेंगी।