जानी मानी इलेक्ट्रोनिक कंपनी सैमसंग ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ भारत की लड़ाई में योगदान देने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को 50 लाख डॉलर (करीब 37 करोड़ रुपये) की सहायता देने की घोषणा की है। यह निर्णय भारत में विभिन्न हितधारकों के साथ विचार-विमर्श करने और स्थानीय प्रशासन की तत्काल आवश्यकता का आकलन करने के बाद लिया गया है।
सैमसंग केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश एवं तमिलनाडु सरकार को 30 लाख डॉलर का दान देगी। इसके अलावा हेल्थकेयर सिस्टम जो पिछले कुछ हफ्तों से काफी दबाव में है उसकी मदद के लिए सैमसंग 20 लाख डॉलर की चिकित्सा सामग्री उपलब्ध कराएगी, जिसमें 100 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स, 3 हज़ार ऑक्सीजन सिलेंडर्स और दस लाख एलडीसी सिरिंज शामिल हैं। ये सामग्री दक्षिण कोरिया से हवाई मार्ग के जरिये लायी जा रही है। सामाग्री को उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु सरकार को उपलब्ध कराया जाएगा ।
एलडीएस या लो डेड स्पेस सिरिंज इंजेक्शन के
बाद डिवाइस में बचने वाली दवा की मात्रा को न्यूनतम बनाती है, जिससे वैक्सीन का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होता है। मौजूदा सिरिंज में उपयोग
के बाद बहुत अधिक मात्रा में दवा रह जाती है और बर्बाद होती है। नई टेक्नोलॉजी ने
20 प्रतिशत तक अधिक क्षमता का प्रदर्शन किया है। यदि मौजूदा सिरिंज से 10 लाख
खुराक दिए जाते हैं, वहीं एलडीएस सिरिंज वैक्सीन की समान मात्रा के
साथ 12 लाख खुराक दे सकती है। सैमसंग ने इन सिरिंज के विनिर्माताओं को उत्पादन
बढ़ाने के लिए मदद प्रदान की है।
इसके अलावा, अपनी नागरिक
पहल के हिस्से के रूप में, सैमसंग भारत में अपने 50,000 से अधिक पात्र कर्मचारियों और लाभार्थियों
को, उनका जीवन
बचाने के उद्देश्य के साथ, टीकाकरण खर्च को वहन करेगी। इसमें सभी सैमसंग एक्सपीरियंस
कंसल्टैंट्स, जो पूरे देश
में इलेक्ट्रॉनिस रिटेल स्टोर्स पर काम करते हैं शामिल होंगे।
सैमसंग ने अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों की मदद के लिए पूरे देश में
इन-हाउस सुविधा और टीमों का गठन किया है। यह टीमें चिकित्सा सामग्री के साथ ही
साथ अस्पताल और होम केयर की जानकारी प्रदान करेगी।
अप्रैल 2020 में सैमसंग ने महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई
में 20 करोड़ का योगदान दिया था। इसमें केंद्र सरकार और नोएडा में स्थानीय प्रशासन
को मदद हुंचाई
गयी थी। कंपनी ने मास्क और पीपीई किट अस्पतालों को प्रदान
किए थे।